Poem : तू मिला तो ऐसा लगा जैसे, रब मिला है

 तू मिला तो ऐसा लगा जैसे ,रब मिला है 

तेरे हँसने से हि, तो  ये चहेरा खिला है

एक हारे पंछी को ,तूने आसमां दिखया
मेरी डूबती नईया को ,तूने पार लगाया

तेरी मौजूदगी, मेरे लिए राहत है
तुझ से बढ़ के ,ना कोई मेरी चाहत है

खुदा भी खुद ,छोटा लगता है तुझसे
डरता हूं  ,कुछ गलती ना हो जाये मुझसे

मैं हार नहीं सकता एक दिन जीतूंगा
जिंदगी सी बगिया को महेनत से सींचुगा

तेरी मेहनत ,तेरे सपनो को याद रखता हूं
तुझे सबसे पहले ,खुदा को बाद रखता हूं
                        By-@Raushan_raaz

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