The Poem : खुदा का बन्दा हूँ ❤
📝THE Poem: खुदा का बन्दा हूँ♥️💫
न जाने कितनी राते
यूँ जग जग के गुज़ारी है
रोते रोते सुख गए आंसू
अब तो यहाँ आँखे भी हारी है..
संवेदना शून्य सा, हो रहा हूँ मैं
बिना आँसू बहाए भी रो रहा हूँ मैं
नही समझ आता,
ज़िंदगी का ये मोड़
रात गहरी में भी
क्यों नही सो रहा हूँ मैं?
कब तक आस रखूं मैं
कि सब अच्छा होगा
मिट जाएगा सारा अंधेरा तब
और मेरा ईश्वर प्रेम सच्चा होगा...
उसी प्रेम कि तड़प में
सुलग रहा हूं मैं
माया कि चोटे खाकर
मरहम के लिये तड़प रहा हूँ मैं..
ए खुदा, कब तक उम्मीद
का दामन थामे राह देखूँ तेरी
न ले तू, और अब
सब्र का मेरे इम्तहान
भर दे प्रेम से अपने
झोली मेरी...
हौंसला रखते हुए,मुझे
कई बरसो बीत गए
तब भी क्यों नही
मेरे सारे प्रयास जीत गए...
इम्तिहानों का दौर, ये
क्यों नही मिटता है
क्या वजह है, जो मेरा
सन्कल्प नही टिकता है😢
सोच सोचकर
अब मैं थक गया हूँ
गलती एक ही करके,
पक गया हूँ,,
जीवन मे रंग भी अब
रंगहीन लगता है
मिले इतनी अधिक विफलता तो
जीवन अर्थहीन लगता है
क्यों जीना,इस ज़िंदगी को
सवाल ये अब उठने लगा है
कुछ नया करने से भी,,,
ये मन, अब ऊबने लगा है
किन फूलों की आस में
मैं कांटो पर चलता आया हूँ??
किस कमल कि आस में
मैं दलदल में फिसलता आया हूँ?
किससे उत्तर कि आस करु,
मैं नही जानता
क्या खुदा से फरियाद करु,
मैं नही जानता
पता नही,किन बुरे कर्मो का
ये फल मुझे मिला है
जो न चाहते हुए भी,,
असफलताओं का सिलसिला है
कुछ नही है,मेरे पास,,
आज सिवाय दुआओं के मेरे...
है भरोसा,जो अपनी दुआ पर
तो बंजर रेगिस्तान भी
सदाबहार हो जाते है
सच है ये यार मेरे
इसी आस पर
हम जीवन बिताते हैं...
यूँ तो मरते है,कायानात में
हर दिन लोग हज़ारो
पर क्या ज़िंदगी इतनी सस्ती है
इस घटिया विचार से पहले ये विचारो..
माना कि आज
वक्त तुझे रुला रहा है
माना कि आज वक्त
प्रयासो को तेरे,
मिट्टी में मिला रहा है😌
पर तु छोड़ न मत
आस का दामन
कल गुजरेगा पतझड़,
और आएगा सावन...🌷
जानता हूँ,,नीच कर्मो,, से मेरे
खुदा भी दुःखी होता है
मगर पायेगा शरण जो,
संकट में प्रभु कि
वही सुखी होता है
मुश्किल है समय,पता है
कोई न,ये भी गुज़र जाएगा(2)
आज जो बिखरा,है जीवन
कल ज़रूर निखर जाएगा...
अंधेर उसके होती नही कभी
भले लगती,हमे वो देर है,(2)
उजड़ी दुनिया मे
प्रेम का उपवन खिला दे
वही होती खुदा कि मेहर है...
ए मालिक
रखना लाज अपने बन्दे कि
कौन इसका तेरे सिवा है,
हालातो ने, तेरे बच्चे को
बहुत ज़ख़्म दिया है..
ए खुदा, तू ही अब
बन्दे का तेरे, जुनून बन जाना,(2)
अब तू ही,
हरपल मेरा सुकून बन जाना
रख के मान
मेरी अरदास का, ए मालिक
तू ही अब,
रगों में बहने वाला
मेरा खून बन जाना
दिल से यही पुकार है भगवान
तू ही मेरे
दिल का सुकून बन जाना...
दिल का सुकून बन जाना👌
By-@raushan_raaz📝तेरे भरोसे पर ही मालिक
बच्चा ये तेरा, आज ज़िन्दा है
जीतेगा एक दिन पूरी दुनिया को
आखिर खुदा का ये बन्दा है...✨
आखिर खुदा का ये बन्दा है
♥️✨
🆘शिक्षा:- मुश्किल समय जब जीवन मे हो, आपका जीवन जब अव्यवस्थित लगे, ऐसे विपरीत समय में भी आपको ख़ुद पर धीरज रख विश्वास से थोड़ा थोड़ा आगे बढ़ना है...
🌻धन्यवाद
यही जीवन की सफलता का मार्ग है✅
यदि यह कविता आपके दिल को छूती है,,आपके हालातो को बयान करती है, तथा आपको सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है, तो
सिर्फ इसे एक व्यक्ति को share कीजिये। ताकि किसी भी निराश,हताश , मायूस, लाचार या किसी बेबस व्यक्ति को जीने की आस बन्ध जाएं...
अब यह आपके हाथ मे है😊
🏐🏐🏐
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