हर बात याद रहती है ( Part -02 )

 📝पढ़ा हुआ लंबे समय तक कैसे याद रखे?(पार्ट-2)




(3) प्यारे साथियों एक अनुमान के अनुसार जब हम पढ़ते है तो दिमाग लगभग 25 प्रतिशत ग्रहण करता है। जब हम कुछ सुनते है तो लगभग 35 प्रतिशत तक उसे ग्रहण करता है।  जब हम कुछ देखते है तो यह ग्रहण क्षमता 50 प्रतिशत से कुछ ज़्यादा हो जाती है।
लेकिन जब कुछ देखने के साथ सुनते भी है तो दिमाग की ग्रहण क्षमता (Receptivity) 70 प्रतिशत से भी ऊपर तक जा सकती है।

उदाहरण:- हम कभी किसी फिल्म को याद नही करते । लेकिन तब भी उसके दृश्य औऱ डायलॉग बिना किसी मेहनत के सालों साल याद रहते है।
अतः हम पढ़ाई के लिये विशेष images वाले वीडियो का भी प्रयोग कर सकते है।
ताकि तथ्य हमें लंबे समय तक याद रहे।

(4)
Revision:- नियमित समय अंतराल पर यह ज़रूरी है। सभी सफल टॉपर्स ने Revision को सफलता की कुंजी कहा है। क्योंकि इससे हमारे ज्ञान में धार आती है, accuracy बढ़ जाती है। जिससे Exam को क्लियर करने की संभावना बहुत ज़्यादा हो जाती है।

(5)
एकाग्रता बढ़ाए:-
मन की एकाग्रता के लिये ध्यान जरुरी है।
ताकि भटकते चित्त को रोका जा सके।
महर्षि पतंजलि के अनुसार "योग चित्तवृत्ति निरोध"।
अर्थात चित्त वृत्तियों का निरोध ही योग है।
इससे भटकता मन संतुलित हो जाता है।
तथा मन, शरीर व आत्मा सामंजस्य से कार्य करने लगते है।

6) भूलने का नाटक करो:- यह भी एक गज़ब अनुभव है। तथ्यों को याद रखने का। यह बात सच है, कि हर बात हर किसी को याद नही होती। और कुछ बिन्दु  बार बार भूल ही जाते है।
अतः यहाँ हम mind को msg दे सकते है। मैं यह-----------टॉपिक भूल चुका हूँ। फिर मन उस बात को नोटिस कर लेता है।

उदाहरण:- जब यह कहता हूं, कि मैं भूल चुका हूँ कि राणाप्रताप के घोड़े का नाम चेतक था। तब माइंड यह याद रखता है, की उसे क्या भूलना है।
अर्थात जब आपको यह बात याद है कि क्या भूलना है, तो आपको वो कंटेंट अपने आप याद होगा। क्योंकि वही तो भूलने का msg आपने भेजा है। हम इस रिवर्स Method का भी प्रयोग कर सकते है।


7)
Quiet वतावरण:- प्यारे दोस्तों तथ्यों को पढ़कर लंबे समय तक याद रखने के लिये मन की स्थिरता ज़रूरी है। और मन की स्थिरता के लिये वातावरण का शांत होना बहुत अच्छा होता है।
इसीलिये हम देख पाते है कि दुनिया के लगभग सभी सदाबहार लीडर्स जिनका प्रभाव संसार पर हमेशा बना रहता है। वे सभी Early Morning सुबह2 3,4,5 am) जल्दी उठकर अपनी साधना या अभ्यास करते है।
उदाहरण:-
फणीश्वर नाथ रेणु
सुबह लगभग 3 बजे उठकर अपनी रचनाएँ लिखते थे।

शांत हो मन और शांत हो तन भी
ब्रह्ममुहूर्त की तो यही कहानी है
जिसनें इस नियम को पूजा
ऊर्जा  से भरपुर वही जवानी है...💫



8) Opposite zender के attraction से बचें:- प्यारे साथियों चूंकी यह समय aspirants के लिये युवावस्था का काल भी होता है। ऐसे में विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण होना स्वाभाविक है।
लेकिन यदि ऐसे विचार किसी सामान्य आकर्षण से बढ़कर कामुक होने लग जाए। और आपकी संगति व्यसनी और गलत आदतों को प्रोत्साहन देने वाले students से है।
तो ऐसे में आप खुद के समय औऱ अपनी जीवन की अनमोल ऊर्जा को व्यर्थ नष्ट कर रहे है। यदि सरल भाषा मे कहा जाए तो सार यही है। कि
हमारी Sexual Energy का सदुपयोग ही हमें Success की तरफ लेकर जाता है✅
बड़े बड़े सफल और महान व्यक्तित्व के जीवन की गहराई में उतरने पर सफलता के इस सूत्र की प्राप्ति होती है।

उदाहरण:-
स्वामी विवेकानन्द
अपने ब्रह्मचर्य के सन्कल्प के कारण उनकी Memory पावर और एकाग्रता बहुत उच्च थी।
अतः इन्द्रिय संयम अपरिहार्य है।

तृष्णा काम की मिटाए नही मिटती
मगर यह तरुणाई मिट जाती है
समय रहते हमें सम्भलना होगा
वरना बातें सारी यही पिट जाती है
...

अतः हमें इस दिशा में भी सतर्क रहना चाहिये...

                        🏐🏐🏐 @raushan_raaz

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