नारी तुम अबला नहीं

 "नारी तुम अबला नहीं हो"


करुणा कि सागर को धार बना के


तुम भी लहरों सी हुंकार भरो।


अबला नहीं हो तुम नारी


इस बात का अभिमान करो।


 


दिखाए कोई आंख अगर तो


न तुम सहम सी जाना।


चाहे पकड़े कोई हाथ तुम्हारा


न डर कर तुम चुप रह जाना।


 


उठो लड़ो और आगे बढ़ो


अपनी समस्याओं का खुद समाधान बनो।


अबला नहीं हो तुम नारी


इस बात का अभिमान करो।

___@raushan__raaz

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